राजस्थान के प्रमुख महल कौन-कौनसे हैं? – राजस्थान अपनी संस्कृति, परिवेश, रीति-रिवाज, प्राचीन किले, धरोहर, इमारतें व स्थापत्य कला में बने महल की वजह से विश्व भर में विख्यात है। राजस्थान में बने अनेक प्रकार के महल अद्भुत कलाकारी स्थापत्य कला व राजस्थान की प्राचीन शैली का प्रमाण है। राजस्थान के प्रमुख महल कौन-कौनसे हैं?
राजस्थान के प्रमुख महल कौन-कौनसे हैं? Rajasthan ke Parmukh Mahal in Hindi
जयपुर के प्रमुख महल कौन-कौन से हैं?
शीशमहल
दीवाने खास नाम से प्रसिद्ध यह शीश महल आमेर में स्थित है। इसका निर्माण मिर्जा राजा जयसिंह द्वारा करवाया गया था। इस महल में कांच और शीशे के टुकड़ों से छत व दीवारों पर अद्भुत सजावट की गई है, इसीलिए इस महल को शीश महल कहते हैं। शीश महल में राधा-कृष्ण व गोपियों की रंगीन कांच के टुकड़े को काटकर मूर्तियां बनाई गई है।
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पद्मिनी महल
रानी पद्मिनी- राजा रावल रतन सिंह की पत्नी थी। पद्मिनी महल का निर्माण नाहरगढ़ जयपुर में सवाई माधव सिंह द्वितीय ने करवाया था। पद्मिनी महल पर्यटक की दृष्टि से आकर्षक का प्रमुख केंद्र है। सूर्यकुण्ड के दक्षिण में तालाब के मध्य में बने रावल रत्नसिंह की रानी पद्मिनी का महल दर्शनीय है।
राजमहल/सिटी पैलेस
सिटी पैलेस भवन को राज महल भी कहते हैं। यह जयपुर में स्थित हैं। इस भवन के अंदर चांदी के पत्र पर बारीकी से कलात्मक डिजाइन बनाई हुई है जो विश्व प्रसिद्ध है। सिटी पैलेस में जयपुर राजपरिवार निवास करता था। इस पैलेस में 7 प्रवेश द्वार बने हुए हैं।
हवामहल
सवाई प्रताप सिंह ने हवामहल का निर्माण 1799 ईस्वी में करवाया था। हवामहल की इमारत 5 मंजिल है। बता दें कि हवामहल का निर्माण करवाने वाले सवाई प्रताप सिंह श्री कृष्ण के भक्त थे, इसीलिए हवा महल को मुकुट के आकार में बनवाया है।
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मुबारक महल
मुबारक महल का निर्माण सवाई माधव सिंह ने सन 1922 ईस्वी में करवाया था। यह महल सिटी पैलेस में स्थित है। सवाई माधव सिंह ने मुबारक महल का इस्तेमाल विशेष अतिथियों के विश्राम के लिए करवाया था। जयपुर के सफेद संगमरमर एवं स्थानीय लाल बत्रा से आकर्षक भवन का निर्माण हिंदू स्थापत्य कला में करवाया गया है।
सिसोदिया रानी का महल
सिसोदिया रानी का महल सवाई जयसिंह द्वितीय ने सन् 1779 में बनाया था। यह महल बरामदा व गलियारों से गिरा हुआ है। इसके मध्य में एक मंडप है। इस महल के ऊपर नीचे अत्यंत सुंदर उद्यान बना हुआ है।
आमेर का महल
आमेर का महल कछवाहा राजा मानसिंह ने सन 1982 में बनवाया था। यह महल मावठा झील के पास पहाड़ी पर स्थित है। इस महल में हिंदू मुस्लिम शैली देखने को मिलती है।
जलमहल
जल महल जयपुर के आमेर घाटी की दो पहाड़ियों पर स्थित है। जल महल का निर्माण जयपुर की प्रशासक मानसिंह द्वितीय ने करवाया था। पहाड़ियों के बीच स्थित इस महल का नजारा मनमोहक सा लगता है।
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सामोद महल
सामोद महल चोमू में स्थित है। इस महल में शिकार दृश्य तथा परिणय दृश्यों का आंकलन किया गया है। इस महल में अनेक प्रकार की फिल्मों की शूटिंग भी होती है।
जोधपुर में स्थित प्राचीन महल कौन-कौनसे हैं?

उम्मेद पैलेस
उमेद पैलेस भवन जोधपुर में स्थित हैं। उमेद पैलेस का निर्माण जोधपुर के शासक उमेद सिंह ने करवाया था। उमेद पैलेस भवन की नींव 18 नवंबर 1928 को रखी गई थी। यह पैलेस 1940 में पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ।
उमेद पैलेस भवन को छीत्तर पैलेस भी कहा जाता है, क्योंकि इस पैलेस को छीत्तर पत्थर से बनाया गया है। जोधपुर में स्थित उमेद पैलेस भवन विश्व का सबसे बड़ा रिहायशी महल है, जो वर्तमान समय में जोधपुर के पूर्व महाराजा गज सिंह जी के पास है। इस पैलेस का निर्माण भीषण अकाल के समय जनता को रोजगार देने के उद्देश्य से करवाया गया था।
जसवंत थडा
जसवंत थडा जोधपुर में त्रिकुट पहाड़ी पर स्थित मेहरानगढ़ किले के तलहटी स्थित हैं। जसवंत थडा भवन का निर्माण राजा सरदार सिंह ने राजा जसवंत सिंह जी की याद में सन 1946 में करवाया था। जसवंत थडा सफेद संगमरमर से बना हुआ एक भव्य महल है, इसे राजस्थान का ताजमहल अर्थात मारवाड़ का ताज कहते हैं।
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एक थम्बा महल
एक थंबा महल जोधपुर के मंडोर शहर में स्थित हैं। इसे प्रहरी मीनार के नाम से भी जाना जाता है। यह तीन मंजिला भवन है, जिसे महाराजा अजीतसिंह ने अपने शासनकाल में बनवाया था।
टोंक में स्थित प्राचीन महल कौन कौन से है?
जगमन्दिर पैलेस
पिछोला झील के टापू पर बने हुए इस भवन को जग मंदिर पैलेस कहा जाता है। जग मंदिर पैलेस महल का निर्माण महाराजा करण सिंह ने प्रारंभ किया, जिसे महाराजा जगत सिंह ने सन 1651 ईस्वी में पूर्ण करवाया था।
मुबारक महल
मुबारक महल टोंक जिले की सुनहरी कोठी में स्थित है। इस महल को ऊंट की कुर्बानी के लिए माना जाता है, क्योंकि यहां पर बकरा ईद के अवसर पर ऊंट की कुर्बानी दी जाती है।
अमली मीणी का महल
अमली मीणी का महल का निर्माण राव मुकुंद सिंह ने अपनी प्रिय पासवान अमली मीणी के लिए करवाया था। इस महल को राजस्थान का छोटा ताजमहल या राजस्थान का दूसरा ताजमहल भी कहा जाता है।
जगनिवास महल
जग निवास महल को लैक पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण महाराजा जगत सिंह ने सन 1746 ईस्वी में करवाया था। इसी महल की सुंदरता व खूबसूरती को देखकर मुगल शासक शाहजहां ने ताजमहल बनाने की ठानी थी।
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सुनहरी कोठी
सुनहरी कोठी का निर्माण नवाब वजीर वजीउद्दौला खान ने सन 1824 ईस्वी में आरंभ किया था, सुनहरी कोठी भवन के निर्माण में ₹10000 का खर्च आया था। इस भवन की छत को सोने की परत से ढका गया है। इस भवन में कांच के टुकड़ों की भी कलाकारी की हुई है, इसलिए शीश महल के नाम से भी जाना जाता है।
राजस्थान के प्राचीन महल कौन-कौनसे हैं? Ancient Palaces of Rajasthan-
बादल महल
बादल महल जैसलमेर में स्थित है। इस महल का निर्माण सन 1884 ईस्वी में सिलावटों द्वारा करवाया गया था। बादल महल को जैसलमेर के महाराजा के लिए बनवाया गया था। यह विलास शिल्प कला का बेजोड़ नमूना है। इस महल को महारावल वैरीशाल सिंह को भेंट किया गया था।
राजमहल
राज महल का निर्माण राणा उदय सिंह ने करवाया था। यह उदयपुर में स्थित है। राजमहल पिछोला झील के तट पर स्थित हैं। राज महल के मयूर चौक पर बने हुए पांच मयूरओं का सौंदर्य अद्भुत कला और संस्कृति को दर्शाता है।
यह महल पर्यटकों की दृष्टि से आकर्षक का प्रमुख केंद्र है। राज महल में महाराणा प्रताप का वह ऐतिहासिक भाला भी रखा हुआ है जिससे महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध में आमेर के राजा मानसिंह पर वार किया था।
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रंगमहल
रंग महल श्रीगंगानगर में स्थित है। यहा पर वर्ष 1993 से चरणों के मध्य खुदाई का कार्य करवाया गया था। खुदाई के दौरान यहां पर प्राचीन काल के मिट्टी के बर्तन आभूषण तांबे की मुद्राएं व बर्तन इत्यादि सामग्री प्राप्त हुई। इनमें से 105 तांबे की मुद्राएं भी शामिल थे, जो प्रथम शताब्दी से 300 ईसवी के मध्य की बताई जा रही है।
खेतड़ी महल
खेतडी महल झुंझुनू जिला के क्षेत्र में स्थित है। यह एक प्राचीन महल है, जो आकर्षक का प्रमुख केंद्र है। इस महल का निर्माण राजा भोपाल सिंह ने सन 1760 ईस्वी में करवाया था। यह महल राजाओं की शान और शौकत का प्रतीक है। शेखावटी में बेजोड़ स्थापत्य कला का एक बेहतरीन नमूना देखने को मिलता है। इसे राजस्थान का दूसरा हवामहल भी कहा जाता है।
अभेड़ा महल
अभेड़ा महल कोटा जिले में चंबल नदी के किनारे पर बना हुआ है। यह एक ऐतिहासिक महल है। वर्तमान समय में यह राजस्थान सरकार का एक पर्यटक केंद्र हैं।
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मान महल
मान महल का निर्माण राजा मानसिंह ने करवाया था, जो अजमेर में स्थित है। वर्तमान समय में यह होटल के रूप में प्रचलित हैं।
लालगढ़ महल
लालगढ़ महल का निर्माण बीकानेर के शासक गंगा सिंह द्वारा अपने पिता लाल सिंह की स्मृति में करवाया गया था। लालगढ़ महल बीकानेर में स्थित है। लालगढ़ महल पूरी तरह से यूरोपियन शैली में बनी हुआ है। आज के समय में यह महल संस्कृत लाइब्रेरी व सार्दुल संग्रहालय बना हुआ है।
जलमहल
जलमहल को डीग का महल भी कहते हैं। यह भरतपुर में स्थित हैं। जलमहल का निर्माण 1725 ईस्वी श्री महाराजा बदन सिंह ने करवाया था।
जूना महल
जूना महल डूंगरपुर में स्थित है। इस महल का निर्माण 12 वीं सदी के अंत में महारावल वीर सिंह द्वारा करवाया गया था। यह महल 1500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस महल में शीशे का कार्य किया हुआ है।
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अंतिम शब्द
इस आर्टिकल में आपको राजस्थान के प्रमुख महल के बारे में विस्तार से जानकारी मिली है। यहां पर हमने आपको राजस्थान के प्रमुख महल के बारे में संपूर्ण जानकारी संक्षिप्त में बताई है। राजस्थान के प्रमुख महल कौन-कौनसे हैं? हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी जरूर पसंद आएगी। इस आर्टिकल को आप अपने परिवारजनों और दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। राजस्थान के प्रमुख महल कौन-कौनसे हैं?