राजस्थान के प्रमुख पशु मेले Rajsthan Ke Parmukh Pashu Mele

राजस्थान के प्रमुख पशु मेले – राजस्थान अपनी संस्कृति, रीति-रिवाज, मेले, धार्मिक व सांस्कृतिक रीति-रिवाज, वेशभूषा, मान-सम्मान, खान-पान, दुर्ग, महल, हवेलिया, किले, गढ़ और अलग-अलग प्रकार के मेले के लिए देश और दुनिया भर में जाना जाता है।

Rajsthan की संस्कृति, रिती-रिवाज यहां की विरासत, धरातल देखने योग्य है। राजस्थान में हर वर्ष करोड़ों पर्यटक यहां की संस्कृति और प्राचीन धरोहर को निहारने के लिए आते हैं। राजस्थान में लगने वाले मेले संस्कृति का अहम हिस्सा है। तो आज हम आपको राजस्थान में लगने वाले प्रमुख पशु मेला के बारे में विस्तार से बताएंगे –

राजस्थान के प्रमुख पशु मेले- Major cattle fairs of Rajasthan

वर्तमान समय में भले ही बढ़ते संचार के साधन और टेक्नोलॉजी Technology के कारण पशुओं की बिक्री कम हो चुकी है, लेकिन राजस्थान में आज के समय में भी ग्रामीण स्तर सहित संपूर्ण राजस्थान में लगभग 250 से भी अधिक पशु मेलों का आयोजन प्रतिवर्ष होता है।

राज्य राजस्थान के पशु मेला में हिस्सा लेने और शामिल होने के लिए देश और दुनिया भर के लोग आते हैं। कुछ लोग देखने के लिए आते हैं, तो कुछ लोग बेचने के लिए। वहीं कुछ लोग खरीदने के लिए आते हैं तो कुछ लोग मेले का लुफ्त उठाने के लिए। राजस्थान के प्रमुख पशु मेले.

राज्य में प्रतिवर्ष लगने वाले पशु मेले ज्यादातर राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवी देवताओं के नाम पर आयोजित होते हैं, जिन्होंने गायों की रक्षा हेतु वीरगति प्राप्त की या फिर समाज को एक नई दिशा प्रदान की थी। आज उनके नाम से संपूर्ण राजस्थान में प्रतिवर्ष मेलों का आयोजन होता है।

राजस्थान के प्रसिद्ध पशु मेले कौन-कौन से हैं? Rajsthan Ke Parmukh Pashu Mele

Major cattle fairs of Rajasthan
Major cattle fairs of Rajasthan

श्री रामदेव पशु मेला-नागौर

राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवता बाबा रामदेव जी महाराज के नाम से आयोजित पशु मेला नागौर के मानेसर क्षेत्र में आयोजित होता है। इस मेले को श्री रामदेव पशु मेला कहते हैं। नागौर में आयोजित यहां पशु मेला संपूर्ण देश भर में अपना एक अलग महत्व रखता है।

इस पशु मेले में अनेक प्रकार की अलग-अलग नस्लों के बैल और अन्य पशु बेचने के लिए उपलब्ध रहते हैं। मारवाड़ के स्वर्गीय पूर्व महाराजा श्रीमान उमेद सिंह जी का यह पशु मेला प्रेरणा का स्रोत था यहां पर लोगों द्वारा एक मंदिर भी बनवाया गया है।

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इस मंदिर से लोग अपने पशुओं की स्वास्थ्य की कामना करते हैं। इस मेले की लोकप्रियता को देखते हुए राज्य के पशुपालन विभाग ने इसे राज्य स्तरीय पशु मेला में शामिल कर दिया है।

श्री मल्लीनाथ पशु मेला

बाड़मेर के तिलवाड़ा क्षैत्र में आयोजित यहां पशु मेला चैत्र मास की कृष्ण ग्यारस से चैत्र मास की शुक्ल ग्यारस तक लूनी नदी के तट पर लगा रहता है। इस मेले में ऊंट, घोड़े, बेल इत्यादि अलग-अलग किस्म के पशुओं की खरीद और बिक्री की जाती है।

बाड़मेर के तिलवाड़ा क्षेत्र में लूनी नदी पर आयोजित इस मेले में आपको एक से बढ़कर एक अनोखे किस्म के घोड़े-घोङीया और अन्य पशु देखने को मिल जाएंगे, इस मेले में दूर-दूर से लोग ऊंट और घोड़े को बेचने और खरीदने के लिए आते हैं।

यह पशु मेला वीर योद्धा मल्लिनाथ जी की स्मृति में आयोजित करवाया जाता है।

सन् 1831 ईस्वी में शासक मल्लिनाथ जी के सिहासन पर आसीन होने के शुभ अवसर पर इस विशाल मेले का आयोजन करवाया गया था। तब से लेकर आज तक वीर योद्धा मल्लिनाथ जी की स्मृति में पशु मेला आयोजित होता है।

श्री वीर तेजाजी पशु मेला

वीर योद्धा तेजाजी महाराज के नाम से प्रसिद्ध यह मेला नागौर जिले के परबतसर नगर में लगता है, श्री वीर तेजाजी पशु मेला श्रावण मास की अमावस्या से भादवा मास की अमावस्या तक पूरे एक महीना तक चलता है।

नागौर जिले के परबतसर नगर में आयोजित इस पशु मेले में बीकानेरी और नागौरी बैल की प्रमुख बिक्री होती हैं। इस मेले को पशुपालन विभाग की तरफ से 1949 से आयोजित करवाया जा रहा है।

श्री बलदेव पशु मेला

श्री बलदेव पशु मेला नाम से विख्यात यह मेला नागौर जिले के मेड़ता सिटी में आयोजित होता है। इस मेले में बैलों की खरीद और फरोख्त होते हैं। यह मेला प्रसिद्ध किसान नेता बलदेव राम जी मिर्धा की स्मृति में 1949 से आयोजित करवाया जा रहा है।

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इस मेले को पशुपालन विभाग की तरफ से आयोजित करवाया जाता है। यह राजस्थान के प्रसिद्ध मेंलो में से एक है, जो चैत्र मास में लगता है।

महाशिवरात्रि पशु मेला करौली

भगवान महादेव के मुख्य पर्व महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर आयोजित यह मेला करौली में लगता है। इस मेले में हरियाणवी, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के व्यापारी पशुओं को लेकर बेचने और खरीदने के लिए आते हैं।

इस मेले में आपको अनेक प्रकार के पशुओं की अलग-अलग नस्लें देखने को मिलेगी। महाशिवरात्रि के शुभ पावन पर्व पर आयोजित यहां मेला प्रतिवर्ष फाल्गुन मास में लगता है।

पुष्कर पशु मेला

यह पशु मेला अजमेर के पुष्कर शहर में आयोजित कराया जाता है, जो कि हिंदुओं का एक पवित्र स्थान है। पुष्कर पशु मेले में ऊंट और बैल की खरीद और बिक्री होती हैं। सांस्कृतिक रूप से आयोजित इस पशु मेले में देश-विदेश के पर्यटक भी आते हैं। राजस्थान का राज्य प्रशासन इस मेले को अत्यधिक महत्व देता है।

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गोमती सागर पशु मेला

गोमती सागर पशु मेला झालावाड़ जिले के झालरापाटन शहर में लगता है, जो राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीजेपी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया का विधानसभा क्षेत्र और घर है। इस मेले को पशुपालन विभाग आयोजित करवाता है। यह पशु मेला हाडोती क्षेत्र का सबसे बड़ा मेला है, जिसे 1959 से आयोजित किया जा रहा है।

श्री गोगामेड़ी पशु मेला

गोगामेडी पशु मेला नाम से प्रसिद्ध यह मेला हनुमानगढ़ जिले के गोगामेडी गांव में आयोजित होता है। यह मेला प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूनम से भादवा मास की पूनम तक आयोजित रहता है। इस मेले को राज्य पशुपालन विभाग आयोजित करवाता है।

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यहां पर राजस्थान के लोक देवता गोगा जी महाराज का समाधि स्थल है, इसीलिए इस गांव को गोगामेडी कहते हैं। इस मेले में आपको हरियाणवी नस्लों के देखने को मिलेंगे।

सेवडिया पशु मेला

जालौर के रानीवाड़ा शहर में लगने वाला यहां पशु मेला राजस्थान का प्रसिद्ध मेला है। यहां पर राजस्थान की सबसे बड़ी दुग्ध डेयरी मौजूद है। सेवडिया पशु मेला में राज्य के कोने-कोने से लोग पशुओं की खरीद और बिक्री हेतु आते हैं।

श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला

यह मिला भरतपुर में आयोजित होता है, जिसे भरतपुर के पूर्व महाराजा जसवंत सिंह की याद में आयोजित करवाया जाता है। यह मेला आश्विन मास में राज्य पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित करवाया जाता है। इस मेले में आपको हरियाणवी नस्ल के पशु देखने को मिलेंगे यह एक प्रसिद्ध पशु मेला है।

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श्री चंद्रभागा पशु मेला

इस मेले का आयोजन राज्य पशुपालन विभाग करता है। यह मेला झालरापाटन शहर में आयोजित करवाया जाता है। इस मेले को कार्तिक मास की ग्यारस से मिक्सर मास की पंचमी तक चलाया जाता है। इस मेले में मालवी नस्ल के बैल अत्यधिक खरीदे जाते हैं।

बहरोड़ पशु मेला

यह मेला अलवर के बहरोड़ में आयोजित किया जाता है। इस मेले में भैंस का व्यापार होता है। लोग बहरोड पशु मेला में भैंस खरीदने और बेचने के लिए आते हैं।

अंतिम शब्द

इस आर्टिकल में राजस्थान के प्रमुख पशु मेले के बारे में पूरी जानकारी आसान भाषा में बताई गई हैं। राजस्थान के पशु मेले, राजस्थान के प्रसिद्ध पशु मेले, राजस्थान के मुख्य पशु मेले, राजस्थान के लोकप्रिय पशु मेले, राजस्थान में लगने वाले मुख्य पशु मेले, इत्यादि।

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