राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्य जीव अभयारण्य – राजस्थान अपनी प्राचीन व सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है | राजस्थान में अनेक सारे राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्य जीव अभ्यारण विश्वविख्यात हैं | जिनके बारे में हमें विस्तार से चर्चा करने वाले हैं | तो इस लेख को आप अंत तक पूरा जरूर पढ़ें – राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्य जीव अभयारण्य |
राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान कौन-कौन से है?
1. रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
2. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
3. सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
4. राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान
5. राष्ट्रीय मरू उद्यान
6. मुकुन्द्रा हिल्स राष्ट्रीय उद्यान
राजस्थान के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान – Wildlife Sanctuary in Rajasthan
1. रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष 1980 ई० में हुई थी|
- यह उद्यान – सवाई माधोपुर में स्थित है |
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल – 392 वर्ग किलोमीटर हैं |
- इस उद्यान में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – धौंक वृक्ष तथा ढाक हैं |
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में वन्य जीव – नीलगाय, सांभर, चीतल, बाघ, रिछ, बघेरा हैं |
2. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष – 1981 में हुई |
- इसका कुल क्षेत्रफल – 28.73 वर्ग किमी हैं |
- इस उद्यान में वन्य जीव – अप्रवासी पक्षी हैं |
- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान- भरतपुर में है |
- इस उद्यान में – जामुन, कदम्ब, बबूल आदी प्रमुख वृक्ष प्रजातियां मौजूद है |
3. सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
- सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल – 273.8 वर्ग किमी हैं |
- इस राष्ट्रीय उद्यान में- मोर, सियागोश बिल्ली, बाघ आदि वन्य जीव हैं |
- इस उद्यान की स्थापना वर्ष – 1982 में हुई थी |
- यह उद्यान अलवर में है |
- सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – धोकड़ा, सालर, कौंच की फली आदी है |
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4. राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान
- इस राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल – 282 वर्ग किलोमीटर हैं|
- राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – सालर, धोकड़ा, बरगद, ढाक आदि हैं |
- इस राष्ट्रीय उद्यान का स्थान – सवाई माधोपुर हैं |
- राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष- 1980 में हुई थी|
- इस राष्ट्रीय उद्यान के वन्य जीव के नाम – तेंदुआ, जरख, बाघ, रीछ हैं |
5. राष्ट्रीय मरू उद्यान
- राष्ट्रीय मरू उद्यान में गोडावण, मरूबिल्ली वन्य जीव हैं |
- मरू उद्यान की स्थापना वर्ष 1992 में हुई थी |
- मरू उद्यान “जैसलमेर-बाड़मेर” में स्थित है |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – खेजड़ी बैर, फोग, सेवण हैं |
- राष्ट्रीय मरू उद्यान का कुल क्षेत्रफल – 3,162.00 वर्ग किमी हैं |
6. मुकुन्द्रा हिल्स राष्ट्रीय उद्यान
- इस उद्यान की स्थापना ‘कोटा’ में की गई हैं |
- इस उद्यान में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां- बबूल, इमली, ढाक, बेर इत्यादि मौजूद है |
- मुकुन्द्रा हिल्स राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल – 200.54 वर्ग किलोमीटर है |
- इस उद्यान की स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी |
- मुकुन्द्रा हिल्स राष्ट्रीय उद्यान के वन्य जीव के नाम – चिंकारा भेड़िया, सांभर, चाता हैं |

राजस्थान के वन्य जीव अभयारण्य कौन-कौन से है?
1. सरिस्का – वन्य जीव अभयारण्य
- सरिस्का वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1955 ई० में हुई थी |
- सरिस्का वन्य जीव अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 219.00 वर्ग किलोमीटर हैं |
- इस अभयारण्य में- मोर, बिल्ली, बाघ, सियागोस आदी वन्य जीव मौजूद है |
- यह वन्य जीव अभयारण्य अलवर में स्थित है |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – सालर व कौंच की फली हैं |
2. जयसमन्द – वन्य जीव अभयारण्य
- वन्य जीव अभयारण्य का स्थापना का वर्ष- 1955 हैं |
- इस अभयारण्य में वन्य जीव – लकड़बग्घा व बघेरा हैं |
- इस अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 52.34 वर्ग किमी हैं |
- जयसमन्द वन्य जीव अभयारण्य में – ढाक व केवड़ा प्रमुख वृक्ष प्रजातियां हैं |
- जयसमन्द वन्य जीव अभयारण्य “उदयपुर” में स्थित है |
3. रामसागर – वन्य जीव अभयारण्य
- यह वन्य जीव अभयारण्य धौलपुर में स्थित है |
- इस अभयारण्य में वन्य जीव- भेड़िया व गीदड़ हैं |
- रामसागर – वन्य जीव अभयारण्य में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – गोया, धोकड़ा, खेर आदी है |
- इसका कुल क्षेत्रफल – 34.40 वर्ग किमी हैं |
- इस वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1955 में हुई थी |
4. केसर बाग – वन्य जीव अभयारण्य
- इसका कुल क्षेत्रफल – 14.76 वर्ग किलोमीटर हैं |
- केसर बाग वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1955 में हुई |
- वन्य जीव अभयारण्य धौलपुर में स्थित है |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – कुमठा व धोकड़ा हैं |
- धौलपुर के वन्य जीव अभयारण्य में- लोमड़ी, चीतल, भेड़िया लोमड़ी हैं |
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5. कुम्भलगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- इस अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1971 मे हुई थी |
- अभयारण्य में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – धोकड़ा व चंदन हैं |
- कुम्भलगढ़ वन्य जीव अभयारण्य- राजसमंद, उदयपुर व पाली में स्थित है |
- इसमे वन्य जीव – लकड़बग्घा व भैडिया हैं |
- इसका कुल क्षेत्रफल – 608.57 वर्ग किमी हैं |
6. वन-विहार – वन्य जीव अभयारण्य
- इस अभयारण्य की स्थापना का वर्ष – 1955 हैं |
- यहा पर “चितल” वन्य जीव रहता है |
- वन-विहार वन्य जीव अभयारण्य का स्थान धौलपुर में है |
- इस अभयारण्य में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां कमल हैं |
- यह अभयारण्य 25.60 वर्ग किमी में फैला हुआ है |
7. दर्रा – वन्य जीव अभयारण्य
- इस वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना 1955 में हुई थी |
- इस अभयारण्य की प्रमुख वृक्ष प्रजातियां- तेंदू, खेर, धोकड़ा इत्यादि है |
- यह वन्य जीव अभयारण्य कोटा- झालावाड़ में स्थित है |
- दर्रा कावकुल क्षेत्रफल – 80.75 वर्ग किमी हैं |
- इस वन्य जीव अभयारण्य में- गागरोनी तोता व बगैरा रहता है|
8. माउण्ट आबू – वन्य जीव अभयारण्य
- माउण्ट आबू वन्य जीव अभयारण्य सिरोही में स्थित है |
- इस वन्य जीव अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल 112.98 वर्ग किमी हैं |
- माउण्ट आबू अभयारण्य में वन्य जीव – बगैरा व जंगली मुर्गी हैं |
- इस अभयारण्य की स्थापना का वर्ष – 1960 हैं |
- यहा की प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – गुलर, जामुन व आम है |
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9. तालछापर – वन्य जीव अभयारण्य
- इस वन्य जीव अभयारण्य को 1971 में स्थापित किया गया था |
- इस अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 7.19 वर्ग किमी हैं |
- तालछापर वन्य जीव अभयारण्य चुरु में स्थित है |
- यहा पर प्रवासी पक्षी व काला हिरण वन्य जीव है |
तालछापर अभयारण्य में “लाना झाड़ियाँ व मोथिया घास प्रमुख वृक्ष प्रजाति हैं |
10. जवाहर सागर – वन्य जीव अभयारण्य
- वन्य जीव अभयारण्य कोटा में स्थित है |
- जवाहर सागर वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना का वर्ष – 1975 है |
- इसमे वन्य जीव – मगरमच्छ व घड़ियाल मौजूद है |
- इसका कुल क्षेत्रफल – 153.41 वर्ग किमी हैं |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – बांस व धोकड़ा आदी हैं |
11. सीतामाता – वन्य जीव अभयारण
- इसका कुल क्षेत्रफल – 422.94 वर्ग किमी में फैला हुआ है |
- इस अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1979 में की गई थी |
- इस अभयारण्य में वन्य जीव “उड़न गिलहरी व रीछ” रहते हैं |
- सीतामाता वन्य जीव अभयारण्य ‘उदयपुर-चित्तौड़गढ़’ में स्थित है |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – महुआ, सागवान व बांस पाये जाते हैं|
12. राष्ट्रीय घड़ियाल – वन्य जीव अभयारण्य
- राष्ट्रीय घड़ियाल – वन्य जीव अभयारण्य “कोटा, बूंदी, करौली, धौलपुर व सवाई माधोपुर” में फैला हुआ है |
- इसका कुल क्षेत्रफल – 280 वर्ग किमी हैं |
- यहा पर वन्य जीव – मगरमच्छ व घड़ियाल रहते हैं |
- घड़ियाल – वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1979 में हुई थी |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – शीशम, बबूल, खैर इत्यादि है |
13. सवाई मानसिहं – वन्य जीव अभयारण्य
- इस वन्य जीव अभयारण्य को वर्ष 1984 में सवाई मानसिहं ने स्थापित करवाया था |
- सवाई मानसिहं ने इसे सवाई माधोपुर में स्थापित करवाया था|
- इसमे बघेरा व बाघ वन्य जीव निवास करते हैं |
- इस वन्य जीव अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 127.76 वर्ग किमी हैं |
- इस अभयारण्य की प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – रोहिड़ा हैं |
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14. नाहरगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- नाहरगढ़ वन्य जीव अभयारण्य का स्थापना वर्ष 1980 हैं |
- यह वन्य जीव अभयारण्य जयपुर में स्थित है |
- यहा वन्य जीव – सियार, बघेरा व नीलगाय रहते हैं |
- इसका कुल क्षेत्रफल – 50 वर्ग किमी हैं |
- इस अभयारण्य में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां “तेंदू, सालर व धोकड़ा” रहते हैं |
15. रामगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1982 में हुई थी |
- यह अभयारण्य कुल 252.79 वर्ग किमी में फैला हुआ है |
- इसमे वन्य जीव ‘सूअर, सांभर व बाघ’ रहते हैं |
- रामगढ़ वन्य जीव अभयारण्य “बूंदी” में स्थित है |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – धोकड़ा व चुरैल पायी जाती हैं |
16. जमवा रामगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- जमवा रामगढ़ वन्य जीव अभयारण्य जयपुर में स्थित है |
- इसका कुल क्षेत्रफल – 300 वर्ग किमी हैं |
- इस वन्य जीव अभयारण्य का स्थापना का वर्ष – 1982 हैं |
- वन्य जीव – भेड़िया, बघेरा व जरख रहते हैं |
- इस अभयारण्य की प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – आम है |
17. बस्सी – वन्य जीव अभयारण्य
- यह वन्य जीव अभयारण्य चित्तौड़गढ़ में मौजूद है |
- वन्य जीव – जरख व बघेर हैं |
- बस्सी – वन्य जीव अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 138.69 वर्ग किलोमीटर हैं |
- यहा की प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – बॉस, सागवान, ढाक आदी है|
- बस्सी का स्थापना का वर्ष 1981है |
18. भैंसरोड़गढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- भैंसरोड़गढ़ – वन्य जीव अभयारण्य को वर्ष 1983 में स्थापित किया गया था |
- यह वन्य जीव अभयारण्य ‘चित्तौड़गढ़’ में मौजूद है |
- यहा पर रीछ व बघेरा वन्य जीव रहते हैं |
- इसका क्षेत्रफल – 229.14 वर्ग किमी में फैला हुआ हैं |
- भैंसरोड़गढ़ – वन्य जीव अभयारण्य में “गुर्जर, धोकड़ा व सालर” वृक्ष प्रजातियां पायी जाती हैं |
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19. शेरगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- यह राजस्थान के बांरा जिले में स्थित है |
- शेरगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 98.71 वर्ग किमी हैं |
- यहा पर वन्य जीव – बघेरा, रीछ व जरख हैं |
- इस वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष – 1983 हुई थी |
- इस अभयारण्य में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – बिया, चिरौंजी व बेल रहते हैं |
20. कैला देवी – वन्य जीव अभयारण्य
- कैला देवी वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना 1982 में हुई |
- कैला देवी अभयारण्य का क्षेत्रफल – 676.38 वर्ग किमी हैं |
- यहा वन्य जीव – जरख, बघेरा व रीछ हैं |
- यह अभयारण्य करौली में स्थित है |
- इस अभयारण्य में “धोकड़ा” प्रमुख वृक्ष प्रजातियां हैं |
21. फुलवारी की नाल – वन्य जीव अभयारण्य
- फुलवारी की नाल वन्य जीव अभयारण्य में प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – सागवान, धोकड़ा व महुआ हैं |
- इस वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष – 1986 करवाई गयी थी |
- “फुलवारी की नाल” वन्य जीव अभयारण्य “उदयपुर” में स्थित है |
- इसका कुल क्षेत्रफल 492.68 वर्ग किमी हैं
- इसमे “वनबिलाव, बघेरा व जरख” वन्य जीव होते है |

22. राष्ट्रीय मरू उद्यान
- राष्ट्रीय मरू उद्यान की स्थापना वर्ष 1980 में हुई थी |
- यह उद्यान ‘बाड़मेर व जैसलमेर’ में स्थित है |
- यहा पर प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – खेजड़ी, बेर, फोग, सेवण पायी जाती है |
- इसका कुल क्षेत्रफल 3162 वर्ग किमी हैं |
- मरू उद्यान में वन्य जीव – गोडावण व मरूबिल्ली रहते हैं |
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23. बन्ध बरेठा – वन्य जीव अभयारण्य
- इस अभयारण्य में प्रवासी पक्षी रहते हैं |
- बन्ध बरेठा की स्थापना का वर्ष – 1985 हैं |
- यह अभयारण्य भरतपुर में स्थित है |
- बन्ध बरेठा वन्य जीव अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 199.50 वर्ग किमी हैं |
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – सेमल, गढ़बोर व मारवी हैं |
24. सज्जनगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- यहा प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – सालर, धावड़ा व धोकड़ा हैं |
- सज्जनगढ़ वन्य जीव अभयारण्य उदयपुर में स्थित है |
- इस अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल – 5.19 वर्ग किमी हैं |
- इस अभयारण्य की स्थापना वर्ष – 1987 में हुई थी |
- सज्जनगढ़ में वन्य जीव – चितल व सांभर हैं |
25. टाटगढ़ – वन्य जीव अभयारण्य
- प्रमुख वृक्ष प्रजातियां – सालर, धावड़ा व धोकड़ा आदी है |
- इस वन्य जीव अभयारण्य की स्थापना वर्ष – 1983 में हुई थी|
- यह वन्य जीव अभयारण्य अजमेर-पाली में स्थित है |
- यहा पर वन्य जीव – रीछ व बघेरा रहते हैं |
- यह वन्य जीव अभयारण्य कुल क्षेत्रफल – 463 वर्ग किमी में फैला हुआ है |
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अंतिम शब्द
हमें पूरी उम्मीद है कि यह वाले का को जरूर पसंद आएगा, क्योंकि इस आलेख में हमने आपको- राजस्थान के प्रमुख वन एवं वन्य जीव अभ्यारण, राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्य जीव अभयारण्य, राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्य जीव अभयारण्य के बारे में संपूर्ण जानकारी आसान भाषा में हुआ विस्तार से बताई है | राजस्थान के प्रमुख वन, राजस्थान के प्रमुख वन्य जीव अभ्यारण, राजस्थान के प्रमुख अभ्यारण, राजस्थान के प्रमुख वन वन्य एवं जीव अभ्यारण की जानकारी|